Tuesday, March 5, 2019

भारत बंद आज-वाम दल भी समर्थन पर उतरे

कई जगहों पर ट्रेनें भी रोकी गयीं 
पटना: 5 मार्च 2019: (बिहार स्क्रीन ब्यूरो)::
चुनावी दौर में जहां अहम मुद्दों को भुलाने की चालें चली जा रहे हैं वहीँ जन मुद्दों को फिर से जनता की अदालत में लाने का सिलसिला भी तेज़ है। लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ आदिवासी और दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। आदिवासियों और दलितों के अधिकारों के संरक्षण के लिए केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाने और 13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ आज भारत बंद का असर बिहार के कई इलाकों में देखने को मिल रहा है। यह एक व्यापक एक्शन भी साबित हुआ है। बता दें कि ये संगठन 13 प्वाइंट रोस्टर की जगह जगह 200 प्वाइंट रोस्टर लागू करने की मांग कर रहा है। भारत बंद के असर को देखते हुए जहानाबाद में पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन को बंद समर्थकों ने रोक दिया और रेलवे ट्रैक पर आगजनी कर प्रदर्शन किया। सुबह में ही राजद कार्यकर्ता जहानाबाद स्टेशन पहुंचे और ट्रैक पर आगजनी कर पटना-रांची जनशताब्दी को रोक दिया। वहीं, हाजीपुर के पासवान चौक पर बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया। इससे महात्मा गांधी सेतु पर जाम लग गया।साथ ही पटना-गया एनएच-83 को जाम कर दिया गया।
इनको राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिल रहा है। भारत बंद को अलग अलग राजनीतिक पार्टियों का भी काफी समर्थन मिल रहा है। इसमें राष्ट्रीय जनता दल, वामसेफ, भीम आर्मी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी समेत कई दलों के कार्यकर्ता और नेता सक्रिय भागीदारी निभाते हुए सड़कों पर उतर आये हैं। भारत बंद को जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, माकपा, भाकपा और भाकपा माले ने समर्थन दिया है। वाम दलों और भाकपा (माले) इस मुद्दे पर एकजुट होना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। तेज़ी से सामने आ रही वाम एकता की तरफ स्पष्ट संकेत भी है यह। आरक्षण में 13 प्वाइंट रोस्टर का विरोध भी किया गया है। 
मालूम हो कि आदिवासियों और वनवासियों को उनके आवास से बेदखल करने के फैसले से सुप्रीम कोर्ट ने राहत दी है। इसके बावजूद आदिवासी समूहों ने पांच मार्च को घोषित भारत बंद के फैसले पर कायम रहने का निर्णय किया। आदिवासियों का मानना है कि यह राहत फौरी है। वन अधिकार अधिनियम के तहत उचित कानून की गैरमौजूदगी में इसे कभी भी पलटा जा सकता है। आदिवासी समूहों ने अधिकारों के संरक्षण को लेकर अध्‍यादेश लाने की मांग केंद्र सरकार से की है। वहीं, आरक्षण में 13 प्वाइंट रोस्टर का विरोध, न्यायपालिका में आरक्षण, आउटसोर्सिंग में आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर भी बंद का आह्वान किया गया है।
वहीं, वैशाली जिले के हाजीपुर में भीम आर्मी सेना के सदस्यों और महागठबंधन के नेता-कार्यकर्ताओं ने पासवान चौक को जाम कर दिया। इससे महात्मा गांधी सेतु पर जाम लग गया। जाम के कारण सेतु के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गयीं। गोपालगंज के थावे थाना क्षेत्र के पैठानपट्टी मोड़ पर बंद समर्थकों ने बाजार बंद कर आगजनी की। वहीं, नवादा जिला मुख्यालय स्थित रोह बाजार में राजद कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दिया। वहीं, भीम आर्मी के सदस्य भी सड़क पर उतर आये और सड़क को जाम कर दिया। अब देखना है कि एक तरफ राष्ट्रवाद के साये में चुनाव लड़ने की कोशिश और दूसरी तरफ आदिवासी मुद्दे पर आंदोलन गर्माने का प्रयास। विपक्ष इसका कितना फायदा यथा पाटा है  यह जल्द सामने आने वाला है। 

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